JAI DEV JAI DEV / SUKH KARTA DUKH HARTA
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JAI DEV JAI DEV / SUKH KARTA DUKH HARTA
Shri Ganpati Aarti Lyrics in Hindi
सुखकर्ता दु:खहर्ता वार्ता विघ्नांची |
नुरवी पुरवी प्रेम कृपा जयाची ||
सर्वांगी सुंदर उटी शेंदुरांची |
कंठी झळके माळ मुक्ताफळांची ॥१॥
जय देव जय देव जय मंगलमूर्ती |
दर्शनमात्रे मन कामना पुरती ॥धृo॥
जय देव जय देव जय मंगलमूर्ती |
दर्शनमात्रे मन कामना पुरती ॥धृo॥
रत्नखचित फरा तुज गौरीकुमरा |
चंदनाची उटी कुमकुमकेशरा ||
हिरेजडित मुकुट शोभतो बरा |
रुणझुणती नूपुरें चरणी घागरीया ||
जय देव जय देव जय मंगलमूर्ती |
दर्शनमात्रे मन कामना पुरती ॥धृo॥
जय देव जय देव जय मंगलमूर्ती |
दर्शनमात्रे मन कामना पुरती ॥धृo॥
लंबोदर पीतांबर फणिवरबंधना |
सरळ सोंड वक्रतुंड त्रिनयना |
दास रामाचा वाट पाहे सदना |
संकटी पावावे निर्वाणी रक्षावे सुरवरवंदना|
जय देव जय देव जय मंगलमूर्ती |
दर्शनमात्रे मन कामना पुरती ॥धृo॥
जय देव जय देव जय मंगलमूर्ती |
दर्शनमात्रे मन कामना पुरती ॥धृo॥
जय देव जय देव जय मंगलमूर्ती |
दर्शनमात्रे मन कामना पुरती ॥धृo॥
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JAI DEV JAI DEV / SUKH KARTA DUKH HARTA
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